किसी भी देश एवं समाज का भविष्य उसकी शिक्षण संस्थाओं में लिखा जाता है | इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर इस महाविद्यालय की स्थापना सन् 1959 में ग्रामीण क्षेत्र में की गयी थी जिससे कि उच्च शिक्षा समाज के अन्तिम व्यक्ति तक आसानी से पहुँच सके |
आधुनिक तकनीक ज्ञान - विज्ञान के लिए वरदान सिद्ध हुई है | ऐसे समय में तकनीक के अधुनातन प्रविधियों का प्रयोग कर छात्र / छात्राओं को बेहतर शैक्षिक सुविधा प्रदान कर एक अच्छे समाज का निर्माण करना ही इसका उद्देश्य है |
यह महाविद्यालय अपने उद्देश्य में सफलीभूत हो इसके लिए कॉलेज के सभी शिक्षक, कर्मचारी, छात्र / छात्राओं एवं स्थानीय सम्भ्रान्त नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी सार्थक भूमिका का निर्वहन करें |
- डॉ. अभिषेक आर्ष
- असिस्टेंट प्रोफेसर, मध्य कालीन इतिहास एवं प्राचार्य